कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 52 3 Nov 2020 आज का इंसान जरा कुछ देर रुककर सोचिए फिर दीजिए जवाबवो दौर अब बाकी कहां जब मुंह पर बात होती थीखुदी की बात पर मुंह मोड़ जाते दिन में चौदह…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 26 23 Apr 201923 Apr 2019 विश्व पृथ्वी दिवस - एक चर्चा प्रकृति के साथ यूं ही परसों दोपहर में सोचा कि चलो किसी परिचित से मिलकर आते हैं। बहुत दिनों से बुला भी रहे थे…
शायरी शायरी – 24 20 Mar 2019 बिखरे लम्हों को समेट चलें कुछ विरानों को करें रोशन कुछ प्यार भरे जज्बातों से दिल से कुछ प्यार करें अर्पण अब मैंने निश्चय कर लिया नहीं जाना कभी अंधेरों…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 16 2 Feb 201911 Feb 2019 कहीं एक पंक्ति पढ़ा था, "कल रात जिंदगी से मुलाकात हो गई।" पंक्ति क्या, एक पूरी कविता ही थी जिसकी अंतिम पंक्ति है, "मैं जिंदगी हूँ पगले, तुझे जीना सिखा…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 16 1 Feb 201911 Feb 2019 वफा की एक अदा अनेकों बार हमारे जीवन में ऐसे मौके आते हैं जब हम किसी व्यक्ति को दिल से चाहते या इज्जत करते हैं लेकिन उस व्यक्ति को हमारी…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 14 26 Jan 201930 Mar 2019 गणतंत्र दिवस और मेरा देश जब नींद खुली अल सुबह आज, तब देखा एक नया प्रभात सारे चेहरे खुशहाल दिखे, तब सोच में पड़ गया क्या है आज लड़ते, भिड़ते,…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 10 21 Jan 20198 Apr 2019 पुरुष : संवेदना बनाम अवधारणा बातें सिमट रही हैं, रिश्ते सिमट रहे हैं बातें विकास की हैं, पर दिल सिमट रहे हैं भाई न भाई का है, ना है कोई…