विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 26 23 Apr 201923 Apr 2019 विश्व पृथ्वी दिवस - एक चर्चा प्रकृति के साथ यूं ही परसों दोपहर में सोचा कि चलो किसी परिचित से मिलकर आते हैं। बहुत दिनों से बुला भी रहे थे…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 24 24 Mar 2019 जल दिवस - जीवन का संरक्षण परसों विश्व जल दिवस था लेकिन मैंने कोई पोस्ट नहीं लिखा। जल दिवस के अवसर पर मैं थोड़ा कंफ्यूज था कि किस जल के…
कविता/poetry… महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ 4 Mar 2019 दिव्य गुणों से भरा है मन, मगर चंचल सदा से हैचला जाता कहीं अक्सर, बिना पूछे बिना बूझे प्रभु समझें कठिन पीड़ा जो है अरदास सेवक कीजलाएँ ज्योति अंतर्मन जो…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 21 20 Feb 2019 घर खो गया है जीवन की आपाधापी में, ख्वाहिश के तंग गलीचों में, सब कुछ पाने के सपनों में, ईमान कहीं सो गया है सच ही कहते हैं दुनिया वाले,…
शायरी शायरी – 20 17 Feb 2019 हर पल बदलती दुनिया में हो रहे नित नए अनुभवों और मजबूरी की मुस्कान के पीछे दर्द की उपस्थिति। आखिर कौन सी दुनिया में जी रहे हैं हम सब? पेश…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 20 16 Feb 2019 एहसासों का "आलिंगन" दुनिया का सब सुख फीका है, सब कुछ होता लघुप्राय जहां जो जननी का ही आंचल है, पाया सबने था प्राण जहां ढोती नौ मास, सहे हर…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 19 12 Feb 2019 यह कैसी भक्ति एक रोज मिला कोई मुझको मेरे गांव के बाहर सड़कों पर अरदास मिली कि मदद कर दो मां पूजन के पंडालों पर एक भव्य आयोजन करने की…
Photography Photography Series – 18 11 Feb 201911 Feb 2019 Life : 🐦 Birds or boat ⛵ प्रयागराज में अपने कुंभ भ्रमण के दौरान त्रिवेणी संगम के पावन तट पर दर्शनीय यह दृश्य कहीं न कहीं जीवन की एक सच्चाई…
शायरी शायरी – 18 9 Feb 201911 Feb 2019 भाई, कल तो कल्लू की प्रेम लीला का जनाजा निकल गया था (पढ़ें काव्य श्रृंखला - 18) लेकिन उसके भतीजे लंपट की अलग ही चिंता है। आज हर जगह चॉकलेट…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 18 8 Feb 201911 Feb 2019 प्रोपोज डे और कल्लू का दर्द चहुं ओर लालिमा सूरज की, भई भोर और मैं हुआ विभोर होके निवृत्त नित कामों से, मैं निकल पड़ा ऑफिस की ओर कुछ दूर…
Photography Photography Series – 16 3 Feb 201911 Feb 2019 ऊंचाई का विश्वास जब कोई पंछी ऊंची उड़ान भरता है तो उसके सबसे बड़े साथी उसकी खुद की हिम्मत और अपनी क्षमता पर अटूट विश्वास ही होते हैं। लक्ष्य बड़ा…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 16 2 Feb 201911 Feb 2019 कहीं एक पंक्ति पढ़ा था, "कल रात जिंदगी से मुलाकात हो गई।" पंक्ति क्या, एक पूरी कविता ही थी जिसकी अंतिम पंक्ति है, "मैं जिंदगी हूँ पगले, तुझे जीना सिखा…
शायरी शायरी – 16 2 Feb 201911 Feb 2019 रहगुजर में मिल ही जाता है एक हमसफ़र फर्क बस ये है कि तुमने खुद के लिए क्या चुना
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 16 1 Feb 201911 Feb 2019 वफा की एक अदा अनेकों बार हमारे जीवन में ऐसे मौके आते हैं जब हम किसी व्यक्ति को दिल से चाहते या इज्जत करते हैं लेकिन उस व्यक्ति को हमारी…
शायरी शायरी – 15 29 Jan 201913 Feb 2019 कुमुदिनी संग भ्रमर अक्सर, कहानी रात भर की है चला जाता सुबह होते, किरण का साथ पाने को गुलाबों पर भी मंडराता, मकर रस का वो है प्यासा हमें भाते…
शायरी शायरी – 14 27 Jan 201930 Mar 2019 हमराह मिला न सफ़र में कोई ना जाने क्या रुसवाई है कल देखोगे मेरे संग काफिला भले आज बहुत तन्हाई है
Photography Photography Series – 9 20 Jan 201920 Jan 2019 दिव्यांग पक्षी आज से दो साल पहले, सर्दी की एक रात को मैं गोरखपुर से औरीहार की ट्रेन में सवार हुआ। आैरीहार स्टेशन पर अगली ट्रेन की प्रतीक्षा करते समय…