शायरी शायरी – 50 16 Jan 2021 दिल में भरी थी आग, अंगीठी जला लिएधोखे को आग के लिए ईंधन बना लिएभावों के पतीले में पलीता लगा लिएअनुभव की कड़क चाय से सर्दी भगा लिए © Arun…