कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 24 18 Mar 2019 लोकतंत्र का महापर्व - चलो वोट करें सुनो सुनो मैं कहता हूं एक बात पते की बहुत बड़ी जाम निज़ाम सभी बदले हैं रंग लो आई चुनावी घड़ी सुनिए गुनिए…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 14 26 Jan 201930 Mar 2019 गणतंत्र दिवस और मेरा देश जब नींद खुली अल सुबह आज, तब देखा एक नया प्रभात सारे चेहरे खुशहाल दिखे, तब सोच में पड़ गया क्या है आज लड़ते, भिड़ते,…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 13 25 Jan 20198 Apr 2019 मन में आया कि कुछ लिखूं। मुद्दे सामने थे हजारों की संख्या में। एक को चुनता तो दूसरा दु:खी होता और दूसरे को चुनता तो पहला और तीसरा। यह क्रम…