शायरी शायरी – 44 18 May 2020 चलते रहो सांसों के आखिरी छोर तकरुकने वालों की मंजिल केवल मौत हैसच है कि मरना है हर जन्मे जीव कोलेकिन घुटकर मरना भी कोई मौत है ? © Arun…