विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 39 8 Dec 20198 Dec 2019 आधुनिक मानव और खुशियों का रिमोट आजकल एक बड़ा ही विचित्र सा दौर चल पड़ा है – खुद की सोच को सबसे अच्छा मान लेने या यूं कहें तो थोप…
शायरी शायरी – 39 18 Nov 201918 Nov 2019 हूं मैं कातिल दिलों का, मुकद्दस नहींपर दिलों में सभी के ही बसता हूं मैंहै फसाना ये दिल का, खबर है मुझेफिर भी दिल की ग़ज़ल आज लिखता हूं मैं…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 39 16 Nov 201916 Nov 2019 नेताजी सरकार चलाएंगे कल तक वो छूटभाई थे, रिजॉर्ट में छिपाए जाएंगेबिक न जाए घोड़ा कहीं, घर में घुडसाल बनाएंगेनोटों के बदले वोट से आगे, वो सरकार बनाएंगेकल के नेताजी…
विचार श्रृंखला… विचार श्रृंखला – 38 9 Nov 2019 अयोध्या विवाद का पटाक्षेप विचार श्रृंखला - 34 में हमने अयोध्या विवाद के सम्पूर्ण घटनाक्रम का एक विवरण प्रस्तुत किया था और उम्मीद जताई थी कि इस विवाद का निपटारा…
शायरी शायरी – 38 29 Oct 201929 Oct 2019 ग़म की सूरत भी जिनकी नजर में नहींसोचते हैं कि इतना क्यों हंसता हूं मैंजिनको भावों की दिल के कदर ही नहींसोचते हैं कि इतना क्यों सस्ता हूं मैंजिनकी नजरें…
कविता/poetry… दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं 27 Oct 201927 Oct 2019 आज दिवाली है 😊 दीपक हरता है तम जग का, दीपों की माला आली है जनमानस में आलोक भरे, देखो जी आज दिवाली है बहुरंगी दिए - मोमबत्ती की, ये…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 38 27 Oct 201927 Oct 2019 एक दिवाली ऐसी भी हर साल दीवाली आती है, सब लोग मनाने जाते हैं कुछ छुट्टी पर घर आते हैं, उत्साह से घर को सजाते हैं मचती है धूम रंगोली…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 37 14 Oct 201914 Oct 2019 गिरते पुल और "सस्ता" जीवन जब कभी किसी ने पुल नामक संरचना की कल्पना की होगी तो उसके दिमाग में कहीं न कहीं एक दशरथ मांझी हुंकार भर रहा होगा।…
बातें - मेरी और आपकी… बातें – मेरी और आपकी – 13 10 Oct 201910 Oct 2019 पर्यटन पर्व 2019 जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पिछले 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मनाई गई। वर्ष 2019 स्वच्छता अभियान के मामले में भारत…
शायरी शायरी – 37 7 Oct 20197 Oct 2019 एक यही अदा तो सीखा है नदी के बहाव सेअपनी रौ में बहना और किनारों की परवाह न करना © अरुण अर्पण Image credit - Google images
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 37 4 Oct 20194 Oct 2019 बस जी ही तो रहे हैं लाखों उदास चेहरे, चुपचाप ताकते हैं हैं भीड़ में अकेले, हमराह चाहते हैं नहीं याद मुस्कुराना, कब खुल के खुद हंसे थे जीनी थी…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 36 2 Oct 20192 Oct 2019 सस्ता पानी या महंगी सोच ? कल नई दिल्ली में एक भोजनालय में विजिट के दौरान हम लोगों ने देखा कि उस भोजनालय का एक कर्मी पानी की एक मोटी…
कविता/poetry… बातें – मेरी और आपकी – 12 29 Sep 201929 Sep 2019 My Pen Anniversary (Poetry) वैसे तो लिखने का शौक मुझे बचपन से ही रहा है लेकिन कविता लिखने का सबसे पहला प्रयोग मैंने पिछले साल आज के ही दिन प्रारंभ…
बातें - मेरी और आपकी बातें – मेरी और आपकी – 11 28 Sep 201928 Sep 2019 एक जिद ऐसी भी जब कोई आप पर अपना हक समझने लगता है तो यह मायने नहीं रखता कि वो हक कोई मनुष्य जता रहा है या कोई अन्य प्राणी।…
शायरी शायरी – 36 26 Sep 201926 Sep 2019 नहीं याद दिलाना पड़ता कि, मैं वही पुराना साथी हूंबस आहट और आवाज इन्हें, बरबस करीब ले आती हैहै चंद पलों का साथ, पुनः एक दूरी खड़ी महीनों कीजब भी…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 36 25 Sep 201925 Sep 2019 बेटियां मां - बाप की हैं जान और सम्मान बेटियां छूती हैं आसमान, हैं पहचान बेटियां बेटों की चाह मौत के उस पार है खड़ी जीते हुए जो तार दे,…
Photography Photography Series – 35 23 Sep 201923 Sep 2019 Colours of Incredible India - 2 बादलों की छाया में कनॉट प्लेस
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 35 21 Sep 201921 Sep 2019 चालान का "चालान" पिछले दिनों दिल्ली के प्रगति मैदान में पुस्तक मेला आयोजित किया गया था। मेले के अंतिम दिन मैं अपने मित्र के साथ एक ऑटो में बैठकर जा…
बातें - मेरी और आपकी बातें – मेरी और आपकी – 10 19 Sep 201919 Sep 2019 200+ Followers on WordPress Hello Everyone I'm here tonight to convey my regards to 201 splendid friends who showered their unconditional love and support on Albela Darpan along with 18…
शायरी शायरी – 35 16 Sep 201919 Jan 2020 एक गर्म दुपहरी छांव रहित, प्यासा पथिक और धूप कठिनजलती काली सड़कों पर कहां, मिलते पानी और छांव कहींसब कुछ कृत्रिम घर के अंदर, बाहर की हवा के शत्रु घनेजब…