शायरी शायरी – 38 29 Oct 201929 Oct 2019 ग़म की सूरत भी जिनकी नजर में नहींसोचते हैं कि इतना क्यों हंसता हूं मैंजिनको भावों की दिल के कदर ही नहींसोचते हैं कि इतना क्यों सस्ता हूं मैंजिनकी नजरें…
कविता/poetry… दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं 27 Oct 201927 Oct 2019 आज दिवाली है 😊 दीपक हरता है तम जग का, दीपों की माला आली है जनमानस में आलोक भरे, देखो जी आज दिवाली है बहुरंगी दिए - मोमबत्ती की, ये…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 38 27 Oct 201927 Oct 2019 एक दिवाली ऐसी भी हर साल दीवाली आती है, सब लोग मनाने जाते हैं कुछ छुट्टी पर घर आते हैं, उत्साह से घर को सजाते हैं मचती है धूम रंगोली…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 37 14 Oct 201914 Oct 2019 गिरते पुल और "सस्ता" जीवन जब कभी किसी ने पुल नामक संरचना की कल्पना की होगी तो उसके दिमाग में कहीं न कहीं एक दशरथ मांझी हुंकार भर रहा होगा।…
बातें - मेरी और आपकी… बातें – मेरी और आपकी – 13 10 Oct 201910 Oct 2019 पर्यटन पर्व 2019 जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पिछले 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मनाई गई। वर्ष 2019 स्वच्छता अभियान के मामले में भारत…
शायरी शायरी – 37 7 Oct 20197 Oct 2019 एक यही अदा तो सीखा है नदी के बहाव सेअपनी रौ में बहना और किनारों की परवाह न करना © अरुण अर्पण Image credit - Google images
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 37 4 Oct 20194 Oct 2019 बस जी ही तो रहे हैं लाखों उदास चेहरे, चुपचाप ताकते हैं हैं भीड़ में अकेले, हमराह चाहते हैं नहीं याद मुस्कुराना, कब खुल के खुद हंसे थे जीनी थी…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 36 2 Oct 20192 Oct 2019 सस्ता पानी या महंगी सोच ? कल नई दिल्ली में एक भोजनालय में विजिट के दौरान हम लोगों ने देखा कि उस भोजनालय का एक कर्मी पानी की एक मोटी…