- गिर गई कुमारस्वामी सरकार
- तीन हफ्ते तक चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद अंततः कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को पद छोड़ना पड़ा और राज्य में जेडीएस – कांग्रेस की गठबंधन सरकार का अंत हो गया
- 23 जुलाई को सदन में विश्वास मत के समर्थन में 99 जबकि विरोध में कुल 105 मत पड़े
- सत्तारूढ़ गठबंधन के 16 विधायकों के इस्तीफे और 2 निर्दलीय विधायकों द्वारा समर्थन वापस ले लिए जाने के बाद कर्नाटक में यह सियासी संकट उत्पन्न हुआ था।
- इस पूरे प्रकरण के आलोक में विधानसभा अध्यक्ष, राज्यपाल और सुप्रीम कोर्ट की भूमिका और विधाई शक्तियों की जानकारी प्रतियोगी छात्रों के लिए अत्यावश्यक है
- नियुक्ति
- प्रधानमंत्री के निजी सचिव – संजीव कुमार सिंगला
- लेवल 14 में नियुक्ति को मंजूरी
- 1997 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी
- प्रधानमंत्री के ओएसडी (विशेष कार्याधिकारी)
- हीरेन जोशी – विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग
- प्रतीक दोषी – अनुसंधान और रणनीति विभाग
- प्रधानमंत्री के निजी सचिव – संजीव कुमार सिंगला
- बोरिस जॉनसन – ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री
- ब्रेक्जिट समर्थक तथा पूर्व पत्रकार
- सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव में जेरेम हंट को बड़े अंतर से हरा देने के बाद प्रधानमंत्री बनना तय
- ब्रिटेन में सत्तारूढ़ दल का अध्यक्ष ही प्रधानमंत्री बनता है
- ब्रेक्जिट को लेकर कोई भी समझौता करा पाने में असफल रहने के बाद ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने अपने पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी थी
- सुपरफास्ट क्वांटम कंप्यूटर तैयार
- 200 गुना तेजी से समस्याएं हल करने में सक्षम
- वर्तमान में कंप्यूटर द्वारा किसी काम को करने की स्पीड 0.8 नैनो सेकेंड की है
- क्वांटम कंप्यूटर का उपयोग ऐसी गणनाओं के लिए किया जाता है जिन्हें भौतिक या सैद्धांतिक रूप से लागू किया जा सके
- मौजूदा कंप्यूटरों के विपरीत क्वांटम कंप्यूटर अधिक जटिल गणनाओं को हल कर सकने में सक्षम हैं
- नेचर जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, भौतिक विज्ञान के प्रोफेसर मिशेल सीमंस और यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथवेल्स की उनकी टीम ने सिलिकॉन में एटम क्युबिट के बीच में पहला टू-क्युबिट गेट तैयार किया
- टू-क्युबिट किसी भी क्वांटम कंप्यूटर का सेंट्रल बिल्डिंग ब्लॉक होता है। इस डिवाइस को बनाने के लिए वैज्ञानिकों ने सिलिकॉन मैट्रिक्स के अंदर फास्फोरस के दो अणुओं को एक दूसरे के पास स्थापित किया, जिससे इस गेट का निर्माण हुआ
- एक क्युबिट ही क्वांटम बिट होता है जो सूचना की सबसे छोटी इकाई है। यह बाइनरी नंबर 0 या 1 में से कोई एक हो सकता है। कंप्यूटर की सारी सूचनाएं तथा गणनाएं इन्हीं के द्वारा होती हैं
- बिट के विपरीत क्युबिट 0 या 1 में से कोई एक या दोनों हो सकते हैं। चूंकि 0 और 1 के संयोजनों की संख्या क्युबिट में अधिक होती है इसीलिए यह बिट की तुलना में बहुत तेजी से समस्याओं को हल कर सकते हैं
साभार – दैनिक जागरण (राष्ट्रीय संस्करण) दिनांक 24 जुलाई 2019