- उर्दू अकादमी पुरस्कार
- उर्दू में उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए दैनिक इंकलाब के संपादक शकील हसन शम्सी को वर्ष 2019 के लिए पुरस्कृत करने की घोषणा
- पुरस्कार स्वरुप एक लाख एक हजार रुपए और स्मृति चिह्न प्रदान किए जाते हैं
- अनुवाद के लिए प्रोफेसर अनीसुर्रहमान के नाम की घोषणा
- आल इंडिया बहादुर शाह जफर पुरस्कार के लिए जेएनयू के पूर्व प्रोफेसर शारिब रुदौलवी का चयन
- पं बृजमोहन दत्तात्रेय कैफी पुरस्कार दिल्ली विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग के पूर्व अध्यक्ष अतीकुल्लाह को देने का फैसला
- इन श्रेणियों में पुरस्कार स्वरुप दो लाख इक्यावन हजार रुपए और स्मृति चिह्न प्रदान किए जाते हैं
- उर्दू में उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए दैनिक इंकलाब के संपादक शकील हसन शम्सी को वर्ष 2019 के लिए पुरस्कृत करने की घोषणा
- जलवायु परिवर्तन का भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर
- मूडी एनालिटिक्स द्वारा वैश्विक अर्थव्यवस्था को जलवायु परिवर्तन से हाेने वाले नुकसान के आकलन के नतीजे बताते हैं कि जलवायु परिवर्तन से दुनिया की 12 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से सबसे अधिक नुकसान भारतीय अर्थव्यवस्था को ही उठाना होगा और इससे बचने के लिए भारत और उसके नागरिकों को जी–जान लगा देने की आवश्यकता होगी
- भारत पर असर –
- इस आकलन के अनुसार 2048 तक तापमान में 4 डिग्री की वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था पर 2.45 प्रतिशत का प्रतिकूल असर डाल सकती है
- सेवा क्षेत्र में भारत की कम आबादी के रोजगार के चलते अत्यधिक गर्मी से सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है। कृषि उत्पादकता के गिरने के साथ – साथ मानव स्वास्थ्य भी समान अनुपात में प्रभावित होगा जिसकी भरपाई तेल की कम कीमतें भी नहीं कर सकेंगी
- ब्रिक्स पर असर –
- दुनिया में ब्रिक्स देश सर्वाधिक प्रभावित
- ब्राजील और चीन की जीडीपी पर लगभग आधे प्रतिशत का प्रतिकूल असर
- ब्राजील को तेल की कम कीमतों से कुछ मदद की उम्मीद किंतु यह कम होती उत्पादकता और घटते पर्यटन के प्रभावों को कम करने में सक्षम नहीं होगी
- चीन को पर्यटन और कृषि उत्पादकता में वृद्धि का लाभ मिलेगा लेकिन इस लाभ पर ज्यादा गर्मी और स्वास्थ्य पर असर जैसे तत्व भारी पड़ेंगे
- दुनिया पर असर –
- वर्ष 2100 तक वैश्विक तापमान में 1.5 डिग्री की वृद्धि से वैश्विक अर्थव्यवस्था को 54 लाख करोड़ डॉलर का नुकसान होगा
- समान अवधि में तापमान में 2 डिग्री की वृद्धि से यह नुकसान बढ़कर 69 लाख करोड़ डॉलर हो जाएगा
- अध्ययन का तरीका –
- तापमान वृद्धि के चार स्तरों (1, 1.9, 2.4 और 4.1) को लेकर वर्ष 2100 तक होने वाले असर के अनुमान के द्वारा बताया गया कि अलग–अलग देशों के उनकी अर्थव्यवस्था की विशिष्टता के आधार पर कैसा और कितना असर पड़ेगा
- चांद पर जाने को तैयार इसरो का बाहुबली
- बाहुबली के नाम से प्रसिद्ध इसरो का रॉकेट Geosynchronous Satellite Launch Vehicle Mark – III, 15 जुलाई को चांद पर जाने के लिए पूरी तरह तैयार है
- इसकी लांचिंग श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन प्रक्षेपण केंद्र से 15 जुलाई को सुबह 2 बजकर 51 मिनट पर की जाएगी
- लांचिंग के करीब 16 मिनट के बाद यह रॉकेट चंद्रयान – 2 को कक्षा में स्थापित कर देगा
- 640 टन वजन वाले इस रॉकेट की कीमत लगभग 375 करोड़ रुपए है तथा इसरो के अधिकारी इसे Fat Boy (मोटा लड़का) कहकर पुकारते हैं। इसे बाहुबली नाम तेलुगु मीडिया द्वारा मिला है
साभार – दैनिक जागरण (राष्ट्रीय संस्करण) दिनांक 12 जुलाई 2019
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