- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मालदीव यात्रा
- प्रधानमंत्री के रुप में दूसरीे कार्यकाल की पहली विदेश यात्रा
- मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान ʺरुल ऑफ निशान इज्जुद्दीन‘ से सम्मानित किया
- प्रधानमंत्री ने मालदीव के राष्ट्रपति को विश्व कप में भाग ले रही भारतीय क्रिकेट टीम द्वारा हस्ताक्षरित बल्ला भेंट किया
- भारत और मालदीव के बीच शनिवार को कुल 6 समझौते हुए जिनमें कुलहुधुफ्फुसी के रास्ते केरल के कोच्चि से मालदीव की राजधानी माले के बीच Passenger cum Cargo Ferry Service शुरु करने पर सहमति शामिल है
- प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति सालिह द्वारा संयुक्त रुप से तटीय निगरानी रडार प्रणाली तथा मालदीव के सैन्य बलों के लिए एक समग्र प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन
- प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मालदीव की संसद ‘मजलिस’ का संबोधन
- कोरल से बनी ऐतिहासिक फ्राइडे मस्जिद के संरक्षण में भारत के सहयोग की घोषणा
- आकाश में उड़ेंगे V आकार के विमान
- यात्रियों की सुविधा और पर्यावरण सुरक्षा के दृष्टिगत नीदरलैंड्स में मौजूद डेल्फ्ट टेक्नोलाॅजी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित अत्याधुनिक विमान का एक नया concept
- अंग्रेजी के अक्षर V की तरह दिखने के कारण इसका नाम ‘Flying V’ दिया गया है
- यात्रियों के बैठने की जगह, Fuel Tank, Cargo space सब कुछ पंख में ही
- 20 प्रतिशत तक ईंधन बचत के साथ – साथ कार्बन उत्सर्जन में भी कमी लाएगा
- आकार में एयरबस ए 350 और बोइंग 787 के बराबर
- चौड़ाई 215 फीट (65 मीटर) और लंबाई लगभग 180 फीट (55 मीटर)
- सूरज पर बड़ी हलचल के संकेत
- नासा द्वारा हासिल तस्वीरों में सूरज का चेहरा सपाट दिखाई दे रहा है तथा उसके चेहरे के खास धब्बे (sunspot) भी गायब हैं
- सूरज पर लगातार 16 दिन तक कोई धब्बा नहीं दिखा
- यह इस बात का संकेत है कि सूरज अपने चक्र के Solar Minimum चरण पर पहुंच गया है
- यह चरण प्रत्येक 11 साल बाद आता है
- इस अवधि में सौर धब्बों और सौर लपटों की मात्रा कम हो जाती है। मुख्यतः उग्र रहने वाली सूरज की सतह कुछ शांत दिखाई देती है
- यह कृत्रिम शांति चुंबकीय तूफानों को जन्म देती है जो उपग्रहों में दखलअंदाजी करते हैं, विमान यात्रा को प्रभावित करते हैं और विद्युत ग्रिडों को ठप कर देते हैं
- सोलर चक्र के न्यूनतम चरण में कई महीनों तक एक भी सौर धब्बा नहीं दिखता और उसका चुंबकीय क्षेत्र भी कमजोर हो जाता है
- चुंबकीय क्षेत्र के कमजोर होने का अर्थ है कि उस दौरान पृथ्वी की तरफ ज्यादा उर्जा फेंकी जाती है
- नासा के अनुसार वर्ष 1650 से 1710 के बीच जब सूर्य ने न्यूनतम चरण में प्रवेश किया था तो उस समय पृथ्वी का तापमान गिर गया था। इस अवधि में उत्तरी गोलार्द्ध में तापमान बहुत नीचे गिर गया था
- इस शांत अवधि को माउंडर मिनिमम भी कहते हैं
- इस अवधि में बहुत कम सनस्पॉट प्रकट हुए और सूर्य की चमक में मामूली गिरावट भी आई
- यूरोप और उत्तरी अमेरिका डीप फ्रीज जैसा ठंडा हो गया
- ग्लेशियर फैल कर घाटी के खेतों में पहुंच गए और नीदरलैंड की प्रसिद्ध नहरें नियमित रुप से जमती रहीं
- सौर चक्र का चरम Solar Maximum कहलाता है इस दौरान सतह पर लगातार धब्बे दिखाई देते हैं जिनमें से कुछ का आकार तो बृहस्पति ग्रह के बराबर होता है
- अधिकतम अवधि में सौर धब्बों और सौर लपटों की तीव्रता बढ़ती है जिससे दुनिया का तापमान बढ़ता है
- वर्ष 2014 में सूरज पर सौर धब्बे बड़ी संख्या में देखे गए थे तब नासा ने कहा था कि न्यूनतम अवधि 2019 से 2020 के बीच शुरु होगी
- खगोल वैज्ञानिक सौर न्यूनतम को ठंडे तापमान से जोड़ते हैं क्योंकि सूरज की कुदरती हीटिंग प्रणाली धीमी पड़ जाती है लेकिन आश्चर्य की बात है कि सूरज के कम धब्बे भी पृथ्वी के लिए समस्या पैदा करते हैं
- सौर न्यूनतम चरण के नजदीक आने पर सूरज के वायु मंडल में कोरोनल होल्स विकसित होते हैं जो लंबे समय तक बने रहते हैं। सूरज के चुंबकीय क्षेत्र की सक्रियता कम होने की वजह से ऐसा नियमित रुप से होता है
- सूरज के तीन विशाल छ्द्रिों से निकलने वाली सोलर विंड पृथ्वी पर बमबारी करती हैं
- चार्ज उर्जा कणों में वृद्धि हमारे उपरी वायुमंडल की केमिस्ट्री में बदलाव कर सकती है जिससे बिजली चमकने की घटनाओं में वृद्धि हो सकती है तथा विमानों में अधिक रेडिएशन होने की वजह से लंबी उड़ान वाले यात्रियों और विमान चालकों को डेंटल एक्स रे जितना रेडिएशन झेलना पड़ सकता है
- बाल विवाह का शिकार हर पांचवा लड़का 15 वर्ष से कम आयु का
- दुनिया भर में करीब 11.5 करोड़ लड़काें का विवाह कानूनी रुप से मान्य उम्र से कम आयु में हुई है
- इनमें से करीब 2.3 करोड़ लड़कों की शादी 15 वर्ष से कम आयु में कर दी गई
- UNICEF की तरफ से बाल विवाह के शिकार लड़काें पर किए गए विशेष अध्ययन में खुलासा
- 82 देशाें से जुटाए गए आंकड़ों पर आधारित अध्ययन
- कम उम्र में लड़कों की शादी का प्रचलन उप–सहारा अफ्रीकी, लैटिन अमेरिकी, कैरेबियाई, दक्षिण एशियाई, पूर्वी एशियाई व प्रशांत देशों तक
- मध्य अफ्रीकी गणराज्य – 28%
- निकारागुआ – 19%
- मेडागास्कर – 13%
- बाल विवाह के शिकार कुल लड़के–लड़कियों की संख्या 76.5 करोड़ हो चुकी है तथा 20 से 24 साल की महिलाओं में हर पांचवी लड़की की शादी 18 साल से कम उम्र में हुई है
- High Resolution Map बताएगा भूमिगत जल का पता
- Geographical Research Letter नामक journal में प्रकाशित अध्ययन में अमेरिका की ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार लगभग आधे भूमिगत ताजे पानी के स्रोत उष्णकटिबंधीय इलाकों के पास समुद्र में जाकर मिलते हैं
- कैलिफोर्निया के सेन आंद्रे फॉल्ट में ऐसे क्षेत्र हैं जहां भूमिगत ताजा पानी बहता रहता है
- शुष्क क्षेत्रों में बहुत कम भूमिगत जल बहता है जिससे दुनिया के उन हिस्सों में भी भूजल आपूर्ति होती है जहां खारा पानी अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है
- नासा की जेट प्राेपल्शन लेबोरेटरी के शोधकर्ताओं की टीम ने उपग्रहों और जलवायु के डेटा जुटाकर विश्व के तटों पर भूमिगत जल के प्रवाह का पता लगाया है
- ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के Assistant Professor आंद्रे स्क्वायर ने कहा कि High Resolution वाला map वैज्ञानिकों को भूजल निर्वहन की निगरानी करने में बेहतर सुराग दे सकता है तथा इसके सहारे पानी की समस्या दूर करने में सफलता पाई जा सकती है
- Geographical Research Letter नामक journal में प्रकाशित अध्ययन में अमेरिका की ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार लगभग आधे भूमिगत ताजे पानी के स्रोत उष्णकटिबंधीय इलाकों के पास समुद्र में जाकर मिलते हैं
साभार– दैनिक जागरण (राष्ट्रीय संस्करण) दिनांक 09 जून 2019