- कर्जमाफी कार्यक्रमों से राज्यों की अर्थव्यवस्था बेहाल
- कृषि कर्जमाफी जैसे लोकलुभावन कार्यक्रमों से खजाने पर बढ़ते बोझ के मद्देनजर भारतीय रिजर्व बैंक ने राज्यों में राजकोषीय संतुलन डगमगाने की बात कही है
- 15वें वित्त आयोग के साथ बैठक में RBI ने कहा है उदय, कृषि कर्जमाफी और income support जैसी योजनाएं राज्यों की अर्थव्यवस्था को तगड़ी चोट पहुंचा रही हैं तथा इनसे सकल घरेलू उत्पाद के अनुपात में राज्यों पर बकाया कर्ज भी बढ़ रहा है
- Speech or Voice Recognition Technology
- यह एक computer software program या hardware device है जिसमें इंसान की आवाज को decode करने की क्षमता होती है
- इसका इस्तेमाल आम तौर पर किसी डिवाइस को संचालित करने, command करने या keyboard, mouse का उपयोग किए बिना लिखने या किसी भी बटन को दबाने के लिए किया जाता है
- voice recognition किसी व्यक्ति के voice bio-metrics का मूल्यांकन करता है
- voice recognition को speaker recognition के रुप में भी जाना जाता है इसके लिए यूजर के पास एक साउंड कार्ड व एक माइक्रोफोन या हेडसेट का होना जरुरी है
- Computer पर voice recognition software के लिए आवश्यक है कि analog audio को digital signal में परिवर्तित किया जाए जिसे analog to digital रुपांतरण कहा जाता है।
- एक computer के लिए एक signal को समझने के लिए उसके पास शब्दों का एक digital database या शब्दावली होना चाहिए, साथ ही इस data को संकेतों की तुलना करने के लिए एक त्वरित साधन होना चाहिए
- कार्बन उत्सर्जन में भारत चौथे स्थान पर
- पूरे विश्व के कुल 58 फीसदी उत्सर्जन में भारत की भूमिका 7 फीसदी है
- चीन 27 फीसदी के साथ सबसे उपर है। उसके बाद अमेरिका 15 फीसदी के साथ दूसरे और यूरोपियन यूनियन 10 फीसदी के साथ तीसरे स्थान पर है
- बाकी के 41 फीसदी का उत्पादन शेष विश्व द्वारा किया जाता है
- वर्ष 2018–19 में भारत के उत्सर्जन की औसत वृद्धि 6.3 फीसदी रही थी हालांकि भारत कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में लगातार काम कर रहा है
- यदि उत्सर्जन की दर को कम किया जा सका तो विलुप्ति की कगार पर पहुंच चुके जीवों के लिए यह संजीवनी से कम नहीं होगा
- उर्जा का स्रोत बन सकती है अजैविक मीथेन
- पृथ्वी के सबसे उपरी सतह के नीचे मीथेन का अपार भंडार है।
- मीथेन एक रंगहीन तथा गंधहीन गैस है जो प्राकृतिक गैस का एक प्रमुख घटक है
- कुछ विशेष चट्टानों में पाए जाने वाले ओलिविन नामक खनिज और पानी आपस में क्रिया करके हाइड्रोजन गैस बनाते हैं। यह हाइड्रोजन कार्बन स्रोतों से क्रिया करके मीथेन बनाती है।
- बिना किसी जैविक आधार के निर्मित होने के कारण ही इस गैस को अजैविक मीथेन कहा जाता है।
- पृथ्वी में बहुत अधिक गहराई में मिलने वाले मीथोनोजेन नामक सूक्ष्मजीव भूरासायनिक क्रियाओं के दौरान बनने वाली हाइड्रोजन का उपयोग करके अपशिष्ट के रुप में मीथेन गैस का उत्सर्जन करते हैं
- मीथेन ईंधन के रुप में प्रयोग की जाती है। यह गैस धरती की दरारों से निकलती है
- पृथ्वी के सबसे उपरी सतह के नीचे मीथेन का अपार भंडार है।
साभार– दैनिक जागरण (राष्ट्रीय संस्करण) दिनांक 09 मई 2019
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