कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 55 26 Feb 202126 Feb 2021 तकनीक वाला आदमी निर्णय स्वयं लेना जहां दुश्वार बन जाएबरसात का पानी जहां मझधार बन जाएअच्छी नीयत का काम भी जंजाल बन जाएजिंदा हो तन पर आत्मा कंकाल बन जाए…
शायरी शायरी – 50 16 Jan 2021 दिल में भरी थी आग, अंगीठी जला लिएधोखे को आग के लिए ईंधन बना लिएभावों के पतीले में पलीता लगा लिएअनुभव की कड़क चाय से सर्दी भगा लिए © Arun…
बातें - मेरी और आपकी… Happy Birthday “Albela Darpan”😊 12 Jan 202112 Jan 2021 अत्यंत हर्ष का विषय है कि आज "अलबेला दर्पण" ने अपनी स्थापना के 2 वर्ष पूर्ण कर लिया है। 2019 में "अलबेला दर्पण" की स्थापना के समय एक संशय था…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 54 12 Dec 2020 प्रेम या दिखावा ..... भले ना हो मेरी सफल एक कहानीदिखावे की लड़ियां मुझे ना सुहातीमुबारक मुझे नफरतों की जवानीरखो बांध अपने दिखावे का हाथीलिखो तुम मुझे गर हो नाता…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 53 5 Dec 20205 Dec 2020 ये दुनिया आजकल ....... चलो, दो चार लम्हें प्यार से जी लें मेरे प्यारेये दुनिया जिंदगी में मौत के सपने सजाती हैचलो, लम्हों में जीवन ढूंढकर जी लें मेरे प्यारेये…
शायरी शायरी – 49 9 Nov 20209 Nov 2020 यादें तपिश भी है मगर ठंडक मिले जिनसे मोहब्बत कीये यादें बर्फ और अग्नि की युति की ही कहानी हैं © Arun अर्पण
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 52 3 Nov 2020 आज का इंसान जरा कुछ देर रुककर सोचिए फिर दीजिए जवाबवो दौर अब बाकी कहां जब मुंह पर बात होती थीखुदी की बात पर मुंह मोड़ जाते दिन में चौदह…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 51 1 Oct 2020 आखिर कब तक जलाकर मोमबत्ती और लिख कर पोस्ट लच्छेदारचले जाएंगे वो महलों में करने मौज गद्दों परबची रह जाएगी एक आह मरकर भी कहीं उसकीपुनः घूमेंगे नर के वेश…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 50 27 Sep 2020 बेटियां नहीं आएंगी कुछ कर्म करो खुद जीने कोसोने से थाली में रोटियां नहीं आएंगीअब सोच बदल लो यथासमयडरने से कदम में चोटियां नहीं आएंगी बेटों, पैसों की है चाह…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 49 13 Sep 202013 Sep 2020 चंचल मन, अल्हड़ सी लड़की प्रत्येक सामान्य मध्यमवर्गीय लड़की को समर्पित एक कविता © Arun अर्पण
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 41 7 Sep 20207 Sep 2020 मैं केबीसी से बोल रहा हूँ..... हैल्लो जी, नमस्ते जी, नमस्कार जीराहुल कुमार बात कर रहा हूंकेबीसी डिपार्टमेंट से बात कर रहा हूं........ सोचिए, एक सुबह आपकी नींद खुलती है,…
कविता/poetry… (Repost) शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 5 Sep 202031 Jan 2021 आज शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रस्तुत है शिक्षकों के महत्व पर प्रकाश डालती हुई मेरी स्वरचित कविता। साथ ही मैंने वर्तमान शिक्षा प्रणाली में शिक्षकों के समक्ष चुनौतियों को…
शायरी शायरी – 48 2 Sep 2020 अर्पण यारी नाग की, भली जो चाहो मौतप्रेम प्रहार समान हैं, चुंबन में भी खोट © Arun अर्पण
बातें - मेरी और आपकी बातें – मेरी और आपकी – 15 17 Aug 202017 Aug 2020 Liabster Award Nomination Hello everyoneMy fellow writers have been kind enough to nominate me for various blogging awards and I am very thankful to them for their kind admiration. However,…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 48 3 Aug 2020 आज का रक्षाबंधन बिन बहन के भाई, बात सुनोसूनी हो कलाई तो बात गुनोगाली से बहन को बरी रखोहर ललना में एक बहन लखो भ्राता न सहोदर हो जिसकावो बहन…
शायरी शायरी – 47 2 Aug 2020 जब काश का दौर दिखे सम्मुखबस याद जरा कर लो दिल सेहैं दूर बदन, नहीं दिल से जुदादिल खोल के रख दो जरा फिर से © Arun अर्पण
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 47 25 Jul 2020 बुरा भी मानता हूं क्या तुम अक्सर पूछते हो मैं बुरा भी मानता हूं क्यासदा निश्छल सा दिखता हूं कि लड़ना जानता हूं क्यामैं दुनिया की नजर से खुद की…
शायरी शायरी – 46 18 Jul 2020 कर्ता भी मैं और करता भी नहींसब कुछ मेरा और कुछ भी नहींसच और नज़रों में है फर्क बहुतसब कुछ मैं हूं और कुछ भी नहीं © Arun अर्पण
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 46 28 Jun 2020 ग्रहण लग जाता है जब तात हों साथ सबल सुत हैंहरि धाम लगे वो कुटी जर्जरबिन जान सदा विचरे बिन तातअब काटन को दौड़ाए महल सम्मुख न दिखे अश्रु की…